शब्द का अर्थ
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					मुखी (खिन्)					 :
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					वि० [सं० मुख+इनि] १. मुख से युक्त। मुखवाला। (यौ० के अन्त में) जैसे—नाहरमुखी, सूरयमुखी आदि। उदाहरण—जो देखिअ सो हँसता मुखी।—जायसी। २. किसी विशिष्ट ओर या दिशा में मुख रखनेवाला। जैसे—अन्तर्मुखी, सूर्यमुखी, सर्वतोमुखी।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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